भिखारी ठाकुर को नहीं मिला है पदमश्री
भिखारी ठाकुर को नहीं मिला है पदमश्री
अमूमन लोग जानते और मानते हैं कि सामाजिक चेतना के लोककलाकार भिखारी
ठाकुर को पदमश्री पुरस्कार मिला है. इसका पुख्ता प्रमाण भी है. सारण जिला के
गोल्डिनगंज रेलवे स्टेशन पर एक बोर्ड लगा है जिस पर लिखा है “भोजपुरी लोकनाट्य के
प्रवर्तक पदमश्री भिखारी ठाकुर का जन्मस्थान ग्राम कुतुबपुर दियरा यहां से तीन
किलोमीटर दक्षिण गंगा पर है.” जबकि सच्चाई यह है कि भिखारी ठाकुर को पदमश्री क्या,
भारत सरकार का कोई भी पुरस्कार नहीं मिला है. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, बिहार
सरकार द्वारा भिखारी ठाकुर पर बनायी गयी डॉक्यूमेंट्री में भी पदमश्री पुरस्कार की
कोई चर्चा नहीं है. गृह मंत्रालय, भारत सरकार की वेबसाइट पर पदम पुरस्कार प्राप्त
करने वालों की सूची प्रकाशित की गयी है. उस सूची में भिखारी ठाकुर का कहीं नाम
नहीं है. बिहार राष्ट्रभाषा परिषद द्वारा प्रकाशित भिखारी ठाकुर रचनावली में भी
पदमश्री की कोई चर्चा नहीं है. विकिपीडिया के भिखारी ठाकुर के पृष्ठ पर भी पदमश्री
की कोई जानकारी नहीं है. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्याल, वर्धा की
वेबसाइट हिंदी समय पर भिखारी ठाकुर के पृष्ठ पर इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध
नहीं हैं. प्रो रामसुहाग सिंह द्वारा लिये गये भिखारी ठाकुर के एकमात्र
साक्षात्कार में भी ऐसी कोई चर्चा नहीं है.
पदमश्री पुरस्कार के बारे में पूछने पर भिखारी ठाकुर के प्रपौत्र वेद
प्रकाश ठाकुर भिखारी ठाकुर की एक रचना सुनाते हैं
आइल बुढ़ापा गइल जवानी। हाल के हालत लिखत बानी।।
उन्नीस आठ चउसठ साल। परल भिखारी के जयमाल।।
पटना कला मंदिर के भीतर। तामा-पत्र पर लिखल
पबीतर।।
लाट साहब के सन्मुख पवलीं। धन-धन आपन भाग
मनवलीं।।
नइखी अइसन पदवी जोग। ‘मलिक जी, मलिक जी’ कहत बा
लोग।।
घर के भिरी के बाबू-भईया। पंडित-मूरख-कवि-गवईया।।
भिखारी ठाकुर ने अपनी इस रचना में भी पदमश्री के बारे में एक शब्द भी
नहीं कहा है. अंत में दो सवाल जरूरी मालूम पड़ते हैं. एक, किस आधार पर भारतीय रेलवे
के अधिकारियों ने भिखारी ठाकुर के नाम के पहले पदमश्री लिखा है? दूसरा, आखिर क्यों
भिखारी ठाकुर को अब तक कोई पदम पुरस्कार नहीं मिला? क्या जिन लोगों को पदम पुरस्कार
मिला है, उनसे भिखारी ठाकुर का योगदान काम है?
इन बिहारी विभूतियों को मिला है पदमश्री
वर्ष नाम
क्षेत्र
1961 अमाल शाह समाज
कार्य
1961 विष्णुकान्त झा साहित्य
व शिक्षा
1963 रेव जोइल के लाकड़ा समाज कार्य
1966 डॉ रोबर्ट ब्रोकसबी डेविस औषधि
1969 उपेंद्र महारथी व्यापार
और उद्योग
1970 देवेंद्र नाथ सामन्त समाज कार्य
1970 फणीश्वर नाथ ' रेणु ' साहित्य
व शिक्षा
1970 राम चतुर मलिक कला
1970 सैयद मोहम्मद मौनुल हक खेल
1971 पंडित सियाराम तिवारी कला
1971 सत्चिन्दानंद केशव नर्गुन्द्कर प्रशासन सेवा
1971 सुधांशु कुमार चक्रवर्ती प्रशासन सेवा
1972 डॉ श्याम नन्दन प्रसाद किशोर साहित्य व शिक्षा
1973 कमल कृष्ण सिन्हा प्रशासन सेवा
1974 डॉ लाला सुरज नन्दन प्रसाद औषधि
1974 राम प्रसाद चौधरी जयसवाल विज्ञान व अभियांत्रिकी
1974 बिध्यबासिनी देवी प्रशासन सेवा
1975 जगदम्बा देवी कला
1976 कलाबती देवी समाज
कार्य
1982 चन्द्रेश्वर प्रसाद ठाकुर चिकित्सा
1982 कलिम अजिज साहित्य
व शिक्षा
1983 शिशुपाल राम चिकित्सा
1984 चार्ल्स बोरोमियो खेल
1984 गंगा देवी कला
1985 भरत मिश्रा साहित्य
व शिक्षा
1985 सैयद हसन अस्कारी साहित्य व शिक्षा
1985 भागवत मुर्मु समाज
कार्य
1986 कृष्ण देव देवन समाज कार्य
1987 मोहम्मद इजहार आलाम प्रशासन सेवा
1989 कलिम अहमद अजिज़ साहित्य व शिक्षा
1991 डॉ सैयद हसन साहित्य
एवं शिक्षा
1991 शारदा सिन्हा कला
1991 आर एस नारायण सिंहदेव कला
1991 रामेश्वर सिंह कश्यप साहित्य एवं शिक्षा
1992 चित्तू टुडू कला
1999 आचार्य रामामूर्ती समाज कार्य
2003 डॉ विजय प्रकाश सिंह औषधि
2003 शैलेंद्रनाथ श्रीवास्तव साहित्य और शिक्षा
2004 डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा औषधि
2005 बिलात पासवान विहंगम साहित्य और शिक्षा
2006 सिस्टर सुधा वर्गीस समाज कार्य
2007 गजेंद्र नारायण सिंह कला
2008 डॉ श्याम नारायण अरयर औषधि
2008 डॉ इंदु भूषण सिन्हा औषधि
2009 डॉ रवींद नाथ श्रीवास्तव साहित्य और शिक्षा
2010 जानकीवल्लभ शास्त्री साहित्य और शिक्षा
2010 हरि उप्पल कला
2011
महासुंदरी देवी कला-मिथिलिया/मधुबनी
चित्रकला
2011 पी
के सेन नागरी सेवा
2014 डॉ मोहन मिश्रा चिकित्सा
2017 बाओ
देवी कला-चित्रकारी
2018 मानस बिहारी वर्मा विज्ञान व अभियांत्रिकी
2019 राजकुमारी देवी अन्य-कृषि
2019
भागीरथी देवी सार्वजनिक मामले
2019
गोदावरी दत्ता आर्ट-पेंटिंग
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